“मदिरालय जाने को घर से, चलता है पीने वाला,
किस पथ से जाऊँ, असमंजस में है वो भोला-भाला,
अलग-अलग पथ बतलाते सब,
पर मैं यह बतलाता हूँ
राह पकड़ तू एक चला चल
पा जाएगा मधुशाला”…
Harivansh Rai Bachchan |24 X 24″
स्वर्गीय हरिवंशराय बच्चन जी की पुण्यतिथि पर विनम्र श्रध्धा सुमन !
